यूपी के अमरोहा में मां के मोबाइल पर कार्टून देख रही 5 साल की बच्ची की अचानक मौत हो गई और वह जमीन पर गिर पड़ी। जब उसे डॉक्टर के पास ले जाया गया तो उसे मृत घोषित कर दिया गया। डॉक्टर के मुताबिक बच्ची की मौत हार्ट अटैक से हुई है। विशेषज्ञों का भी मानना है कि सर्दियों के दौरान दिल के दौरे के मामले तेजी से बढ़ते हैं और अब दिल का दौरा न केवल बुजुर्गों बल्कि बच्चों और युवाओं को भी प्रभावित कर रहा है, ऐसे में आपको सर्दियों में अपना ख्याल रखना चाहिए। आइए हम आपको बताते हैं कि इसे कैसे करना चाहिए।
शरीर को गर्म रखें
शरीर की गर्माहट बनाए रखने के लिए परतदार कपड़े पहनें। खासकर छोटे बच्चों और बुजुर्गों को इस दौरान अपने हाथ-पैर ढंककर रखने चाहिए। याद रखें कि हृदय रोगी बाहर निकलते समय टोपी और दस्ताने अवश्य पहनें।
अपने डाइट में गर्म खाद्य पदार्थों को शामिल करें
सर्दियों के दौरान अपने आहार में गर्म, पौष्टिक खाद्य पदार्थ, जैसे सूप, स्टू और गुड़ शामिल करें।
हाइड्रेटेड रहना
ठंड के मौसम में भी हाइड्रेटेड रहना जरूरी है, डिहाइड्रेशन दिल पर दबाव डाल सकता है, इसलिए नियमित रूप से पानी पीते रहें।
इनडोर एक्सरसाइज करें
सर्दियों में बाहर का मौसम बहुत ठंडा हो सकता है और तापमान कम हो सकता है, ऐसे में आपके लिए वर्कआउट करना जरूरी है लेकिन आपको वर्कआउट के लिए बाहर नहीं जाना चाहिए। घर पर ही योग, ध्यान या हल्का व्यायाम करने का प्रयास करें, तीव्र वर्कआउट करने से बचें।
दवाओं का स्टॉक रखें और स्किप ना करें
अगर आपके घर में कोई हृदय रोगी या कोई बीमारी से संबंधित मरीज है तो उन्हें समय-समय पर उनकी दवाएं देने का प्रयास करें। दवाओं को संग्रहित रखें और सर्दियों के मौसम में अत्यधिक मौसम के दौरान दवाओं को कभी न छोड़ें।
बच्चों पर प्रेशर न डालें
जी हां, हार्ट अटैक का सबसे बड़ा कारण तनाव, चिंता और टेंशन है। खासकर ठंड के मौसम में लोग तनाव से ग्रस्त हो जाते हैं। हृदय रोगियों को गहरी सांस लेने में दिक्कत होती है, ऐसे में अपने तनाव को प्रबंधित करने का प्रयास करें और तनाव मुक्त रहें।