Pranayama: योग हमारे शरीर के लिए फायदेमंद है। जिसमें सबसे आम प्रक्रिया प्राणायाम है। यह एक ऐसी प्रक्रिया है जिसमें व्यक्ति अपनी सांस लेने पर ध्यान केंद्रित करता है। प्राणायाम कई प्रकार के होते हैं जैसे सूर्यभेदन, उज्जायी, सीतकारी, शीतली प्लाविनी और मूर्छा। जिसमें व्यक्ति अलग-अलग तरीकों से और कुछ समय के लिए अपनी सांसों को नियंत्रित करने की कोशिश करता है। ये हमारी सेहत के लिए बहुत फायदेमंद साबित होता है।
रोजाना प्राणायाम करना शरीर और दिमाग दोनों के लिए फायदेमंद साबित हो सकता है। इसके अलावा एनर्जी लेवल भी बढ़ता है। ऐसे में अगर आप प्राणायाम का अभ्यास शुरू करने की सोच रहे हैं तो आइए पहले इसके फायदों के बारे में जान लें।
तनाव कम होगा
प्राणायाम करते समय सांसों पर ध्यान केंद्रित करना होता है। इससे हमारे तंत्रिका तंत्र को आराम मिलता है। जो तनाव को कम करने में मदद कर सकता है। तो अगर आप परिवार, ऑफिस या किसी भी बात को लेकर तनाव में हैं। तो प्राणायाम आपके लिए फायदेमंद साबित हो सकता है।
बेहतर नींद की गुणवत्ता
रोजाना प्राणायाम करने से नर्वस सिस्टम को आराम मिलता है। जिसके कारण यह अनिद्रा की समस्या में भी फायदेमंद साबित हो सकता है। इसलिए जिन लोगों को रात में सोने में परेशानी होती है। उन लोगों के लिए प्राणायाम करना मददगार साबित हो सकता है।
फेफड़ों के लिए फायदेमंद
प्राणायाम में गहरी, लंबी सांसें लेना शामिल है, जो फेफड़ों के लिए अच्छा हो सकता है। कई बार फेफड़ों से जुड़ी समस्या होने पर डॉक्टर प्राणायाम करने की सलाह देते हैं।
ब्लड प्रेशर में मदद करता है
आजकल हाई ब्लड प्रेशर की समस्या बहुत आम होती जा रही है और यह कई बीमारियों का कारण बनती है। इसलिए इस पर नियंत्रण रखना बहुत जरूरी है। कभी-कभी तनाव भी उच्च रक्तचाप का कारण बन सकता है। ऐसे में प्राणायाम करने से शरीर को आराम महसूस होता है। जो ब्लड प्रेशर को कम करने में मदद कर सकता है.
मेंटल क्लैरिटी
प्राणायाम में व्यक्ति को अपनी सांसों पर ध्यान केंद्रित करना होता है। ऐसे में मन में हमेशा विचार चलते रहते हैं जो कई बार चिंता का कारण बन जाते हैं। यह उन पर काबू पाने और वर्तमान में बने रहने में मदद करता है। यह आपकी एकाग्रता में सुधार और मानसिक स्पष्टता बढ़ाने में मदद कर सकता है।
प्राणायाम करने का सही समय क्या है?
प्राणायाम आप सुबह या शाम किसी भी समय कर सकते हैं। लेकिन प्राणायाम का अभ्यास सुबह खाली पेट करना बेहतर माना जाता है। क्योंकि सुबह के समय शांति होती है और ध्यान केंद्रित करना आसान होता है। अगर आपको सुबह प्राणायाम करने का समय नहीं मिलता है तो आप रात को सोने से कुछ देर पहले इसका अभ्यास कर सकते हैं। प्रतिदिन 5 से 10 मिनट तक प्राणायाम करना अच्छा रहता है। बाकी आप अपने विशेषज्ञ की सलाह के अनुसार समय तय कर सकते हैं।