Hair Problem: बालों का झड़ना आम बात है, लेकिन जब बालों का बढ़ना रुक जाए तो यह एक बड़ी समस्या बन सकती है। खराब जीवनशैली, अस्वास्थ्यकर आहार, तनाव, हार्मोनल असंतुलन और पर्याप्त नींद की कमी भी कुछ हद तक बालों को प्रभावित करती है। इससे बाल बेजान और रूखे हो जाते हैं, जिससे वे अपने आप झड़ने लगते हैं। हालाँकि, कुछ उपाय अपनाकर आप बालों के झड़ने की समस्या को भी कम कर सकते हैं।
आप महंगे और हानिकारक उत्पादों का उपयोग किए बिना प्राकृतिक रूप से अपने बाल बढ़ा सकते हैं। आज हम आपको कुछ ऐसे टिप्स के बारे में बताएंगे, जिन्हें अगर आप नियमित रूप से अपनाएंगे तो कुछ ही समय में बालों के झड़ने की समस्या कम हो जाएगी। आइये जानते हैं कि आप अपने बालों को प्राकृतिक रूप से कैसे बढ़ा सकते हैं?
बालों को पानी से कैसे धोना चाहिए?
बालों को कभी भी ज्यादा गर्म पानी से नहीं धोना चाहिए। इससे बालों को नुकसान पहुंचता है, जिससे वे रूखे और बेजान हो जाते हैं। इसलिए बालों को हमेशा गुनगुने पानी से ही धोएं। इसके अलावा अपने बालों को धोने के बाद उन पर कंडीशनर जरूर लगाएं। इससे बालों में चमक आ जाएगी।
आपको सप्ताह में कितनी बार बाल धोने चाहिए?
अगर आप अपने बालों को स्वस्थ रखना चाहते हैं तो हफ्ते में कम से कम तीन बार अपने बालों को धोएं। बाल धोने के बाद कंडीशनर भी लगाएं। यदि आपकी खोपड़ी सूखी है, तो अपने बालों को सप्ताह में कम से कम दो बार धोएं। जिन लोगों के बालों में तेल या मॉइस्चराइजर लगा हुआ है उन्हें अपने बालों को हफ्ते में कम से कम तीन बार धोना चाहिए। इससे आपके बाल साफ और स्वस्थ रहेंगे।
बालों को ट्रिम करना क्यों ज़रूरी है?
बालों को प्राकृतिक रूप से बढ़ाने के लिए उनकी देखभाल करना जरूरी है। घुंघराले बालों को अधिक नमी की जरूरत होती है। जबकि सीधे बालों को कंडीशनर की जरूरत होती है। इसके लिए अपने बालों को समय-समय पर ट्रिम कराते रहें। इससे बेजान और दोमुंहे बाल दूर हो जाएंगे, जिससे बालों की ग्रोथ भी बढ़ेगी।
बाल औजारों का उपयोग क्यों नहीं करना चाहिए?
आजकल बाजार में बालों को बढ़ाने के लिए कई उत्पाद उपलब्ध हैं। लेकिन उन प्रोडक्ट्स का इस्तेमाल आंख मूंदकर नहीं करना चाहिए, क्योंकि कई बार वो प्रोडक्ट्स बालों को वो सभी जरूरी पोषक तत्व नहीं दे पाते, जिनकी बालों को जरूरत होती है। इसके अलावा कर्लिंग आयरन, ब्लो ड्रायर और स्ट्रेटनर का भी ज्यादा इस्तेमाल नहीं करना चाहिए। इससे बालों को नुकसान पहुंचता है, जिससे उनका विकास रुक जाता है।