Board Exam: साल 2024 की बोर्ड परीक्षाएं लगभग हर क्षेत्र में शुरू हो चुकी हैं। परीक्षा के दबाव के कारण बच्चों का तनावग्रस्त होना आम बात है। लेकिन इस दबाव के कारण बच्चों को मानसिक और शारीरिक तनाव दोनों का सामना करना पड़ता है। मानसिक तनाव के कारण व्यक्ति परीक्षा की तैयारियों पर ठीक से ध्यान केंद्रित नहीं कर पाता है, जिसका परिणाम पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है। बोर्ड परीक्षा शुरू से ही छात्रों के लिए तनाव का कारण रही है क्योंकि यह उनके करियर को आगे बढ़ाने के लिए एक नई दिशा प्रदान करती है। आजकल बच्चों के साथ-साथ माता-पिता भी दबाव में रहते हैं। स्कूल, परीक्षाओं और अभिभावकों के दबाव के कारण ज्यादातर बच्चे बिगड़ते मानसिक स्वास्थ्य का शिकार हो जाते हैं।
परीक्षा के दौरान भी बच्चों को तनाव मुक्त रखने के लिए उन्हें योग दिनचर्या अपनानी चाहिए। इस प्रभावी तरीके से माता-पिता अपने बच्चे की बेहतर देखभाल कर सकते हैं। यहां हम आपको कुछ आसान योगासनों के बारे में बताने जा रहे हैं, जिन्हें करने से बच्चा काफी हद तक हर तरह के तनाव से दूर रह सकता है।
अपने बच्चे को बालासन करवाएं
इसे चाइल्ड पोज़ के नाम से भी जाना जाता है। इसे करने के लिए आपको चटाई पर घुटनों को मोड़कर बैठना है और फिर अपने हाथों को सामने सीधा रखते हुए जमीन को छूना है। इस आसन में आपको लंबी सांस लेनी है और छोड़नी है। कुछ देर इसी मुद्रा में रहने से शरीर को काफी आराम मिलता है।
भुजंगासन से फोकस बेहतर होगा
ऐसा माना जाता है कि भुजंगासन ध्यान केंद्रित करने में मदद करता है। बेहतर फोकस के कारण बच्चों का तनाव दूर होने लगता है। ऐसा करने के लिए बच्चे को पेट के बल जमीन पर लेटने के लिए कहें। अब दोनों हथेलियों को जांघों के पास जमीन पर ले जाएं। अपने हाथों को कंधों के पास रखें और अपने सिर को ऊपर उठाएं, शरीर का पूरा भार हथेलियों पर छोड़ दें। अब लंबी सांस लें और छोड़ें। इस दौरान छाती को आगे की ओर धकेलने का प्रयास करें।
ताड़ासन सर्वोत्तम है
इस आसन को करने से न केवल तनाव दूर होता है बल्कि बच्चों की मुद्रा में भी सुधार होता है। इसका सबसे बड़ा फायदा यह है कि ऐसा करने से बच्चे की लंबाई में फर्क नजर आने लगता है। ताड़ासन को करना काफी आसान है। सबसे पहले बच्चे को पैर मोड़कर सीधे खड़े होने के लिए कहें। अब हाथों को हवा में जोड़ लें और फिर उन्हें अपने पैरों के पंजों के बल ऊपर उठने के लिए कहें। बच्चा इस आसन को बड़े उत्साह से करेगा क्योंकि यह एक अनोखी क्रिया है इसलिए उसकी इसमें रुचि बनी रहेगी।
पद्मासन से राहत मिलेगी
कहा जाता है कि इस आसन को करने से एकाग्रता बढ़ती है, जिससे बच्चे को पढ़ाई में फायदा होता है। अगर कोई पहले से ही कमर दर्द से पीड़ित है तो उसे अपनी दिनचर्या में यह आसन जरूर करना चाहिए।